1. Futures Trading क्या है? 0 अनुभव से सीखें
स्पॉट ट्रेडिंग = सीधे क्रिप्टो खरीदना।
फ्यूचर्स = क्रिप्टो का कॉन्ट्रैक्ट खरीदना या बेचना जिसमें आप कीमत के ऊपर या नीचे जाने का दांव लगाते हैं, असली सिक्के का मालिक नहीं बनता।
लाभ कीमत की गति से होता है, चाहे ऊपर जाए या नीचे।
2. लॉन्ग बनाम शॉर्ट
लॉन्ग = सोचता है कीमत ऊपर जाएगी → खरीदें कॉन्ट्रैक्ट।
शॉर्ट = सोचता है कीमत नीचे जाएगी → बेचें कॉन्ट्रैक्ट।
3. लीवरेज (×2, ×10, ×50, ×100)
लीवरेज = उधार के पैसे से बड़ा व्यापार करना।
उदाहरण: $10 पूंजी + ×10 लीवरेज = $100 व्यापार।
उच्च लाभ और उच्च जोखिम — एक गलत कदम पूरा बैलेंस खत्म कर सकता है।
4. मार्जिन
आपका अपना पैसा जो जोखिम पर लगाया गया है।
अगर हानि एक सीमा पार करे → स्थिति तरलता (बंद) हो जाती है।
5. फंडिंग शुल्क
हर 8 घंटे में एक्सचेंज छोटे शुल्क देता या लेता है ओपन पोजिशन पर।
लॉन्ग और शॉर्ट साइड की मांग के हिसाब से होता है।
6. जोखिम प्रबंधन नियम
1 ट्रेड = अधिकतम 2-5% पूंजी जोखिम करें।
हमेशा स्टॉप लॉस (SL) लगाएं।
लक्षित लाभ (TP) तय करें, लालच से बचें।
7. बेसिक स्टार्टर्स स्ट्रैटेजी
a) 15 मिनट या 1 घंटे के चार्ट पर ट्रेंड चेक करें।
b) ट्रेंड के दिशा में एंट्री लें (ट्रेंड का पालन करें)।
c) सपोर्ट/रेसिस्टेंस पर एंट्री + SL लगाएं।
d) समाचार समय पर ट्रेड से बचें (उच्च अस्थिरता)।
8. प्रो टिप्स
×3–×5 लीवरेज शुरुआती के लिए सबसे अच्छा।
एक दिन में अधिकतम 2–3 ट्रेड लें।
हर ट्रेड लिखकर विश्लेषण करें — कहाँ गलती हुई।
हमेशा बाजार का बड़ा ट्रेंड पहले समझें, फिर छोटे टाइमफ्रेम में एंट्री लें।
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